Oxyfluorfen 23.5% EC uses in hindi

ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5%(oxyfluorfen 23.5 ec uses in hindi) ईसी सर्दियों में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिए एक चयनात्मक शाकनाशी है और गर्मियों की वार्षिक फसल जिसमें पत्तेदार तने होते हैं, रोपाई और युवा पौधे होते हैं।

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रासायनिक संरचना
ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5% ईसी
खुराक
170-340 ग्राम/एकड़
लगाने की विधि
छिड़काव
विस्तार
प्याज में अधिकतर चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए।
अनुकूलता
चौड़ी पत्ती वाले अर्थात व्यापक स्पेक्ट्रम और सामान्य खरपतवार नियंत्रण के लिए खरपतवारनाशी का मिश्रित घोल बनाकर प्रयोग करें ।
लगाने की आवृत्ति
खरपतवार की अवस्था या खरपतवार की गंभीरता पर निर्भर करती है। अधिक जानकारी के लिए ‘विशेषज्ञ की सहायता लें, बटन पर क्लिक करें।
उपयुक्त फसलें
प्याज
अतिरिक्त विवरण
मजबूती से संपर्क और तुरंत प्रभावित(oxyfluorfen 23.5 ec uses in hindi) एवं असरदार !
विशेष टिपण्णी
यहां दी गई जानकारी केवल संदर्भ के लिए है और विशेष रूप से मिट्टी के प्रकार और जलवायु परिस्थितियों पर निर्भर करती है। संपूर्ण उत्पाद विवरण और उपयोग के लिए दिशा-निर्देशों के लिए हमेशा उत्पाद लेबल और संलग्न पत्रक देखें।
फसल की अवस्था
प्याज की नर्सरी में :- बीज बोने के 15 से 25 दिन बाद 10-12 मिली/पंप मुख्य खेत में :- रोपाई से ठीक पहले और रोपाई के 15 दिन तक !
महत्त्वपूर्ण सुचना
खरपतवार नियंत्रण के लिए साफ सूरज की रोशनी(oxyfluorfen 23.5 ec uses in hindi) और वाष्प की स्थिति जरूरी है रसायन के परिणामों को बढ़ाने के लिए स्टिकर (चिपको) का उपयोग करें !

ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5% EC के लाभ –

इसको दूसरे कृषि रसायनों के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल करने की भी अच्छी अनुकूलता दर्शाता है।
यहै पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।

ऑक्सीफ्लोरोफेन 23.5% EC प्रतिरोधक प्रबंधन कार्यक्रम के तहत दूसरी कार्यप्रणाली वाले खरपतवारनाशकों के साथ बदल बदल कर के भी इस्तेमाल किया जाता है।

सात गैर रचनात्मक खरपतवारशकों जैसे ग्लाइफोसेट और पैराक्वाट के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे उसकी कार्यशीलता बढ़ती है और वह गैर फसल वाले क्षेत्रों में ज्यादा समय तक बना रहता है।

फसल प्रणाली में एक ही छिड़काव की तरह इस्तेमाल किया जाता है।

लक्षित खरपतवार – 

चेनोपोडियम एल्बम, अमरान्थस विरिडिस, डिजिटेरिया, इम्पेराटा, पासपालम, बोरेलिया हिस्पिडा, कोरोनोपस ट्रायंथेमा, साइपरस, हेलियोट्रोपियम, इचिनोक्लोआ कोलोनम, डिजिटेरिया अर्जिनाटा, एक्लिप्टा अल्बा।

kailash kumar Sewda
kailash kumar Sewda

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